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28.5.11

कौन ??

कौन ??




सोंच-समझ  और गौर  कर ,
जीता तुझमे  - कौन !!
कौन सुने , कौन बोलता
रोता गाता - कौन !!

तेरे प्यार की, सुंदर मूरत - कौन !
समाएँ  तुझमे, अंश है तेरा - कौन !!

इच्छा शक्ति और प्रेमभाव,जगाए तुझमे- कौन !
चाहे-अनचाहे कार्य सभी, कराए तुझसे - कौन !! 

खाली घर, सूनी गोद  भरेगा तेरी - कौन !
कौन हँसाए है तुझे, ख़ुशिया लाए - कौन !!

घर आंगन में ढोल बजे और बटे मिठाइयाँ !
सर आँखों पर दोनों होंगे , गुड्डा हो या गुडिया !!

16.3.11

क्यों ...??

क्यों  करते है  आपसे ,हम बातें बार बार ,
क्यों करते है  आपसे , मिलने का इंतज़ार ,

क्यों होती है रात में , अंखियों से निंदिया फरार ,
क्यों होती है बातों में , मिठास की फुहार ,

क्यों आती है ख्वाब में , तस्वीर एक ही हर बार,
क्यों आती है चहरे पर , मुस्कराहट की बहार,

क्यों जवाब मै मांगता , इन बातों का मेरे यार,
क्यों जानना मै  चाहता , मुझको हो गया है प्यार...