दिल में बस जाता है..
जब कोई किसी के,दिल में
बस जाता है,
छोड़कर हमें वो,कही नहीं
जाता है ,
कहने को तो ओझल,हुआ जग से..
एह्सांसों में हमारी,वो बस जाता
है!!
आँखों से तेरी,देखता है सबको
होठों से तेरे,वो मुस्कुराता है..
रखना याद सदा ही,इन लव्जों
को..
जानेवाला सदा ही, साथ निभाता
है!!
वास करता है हमारे, दिल दिमाग
और ज़हन में,
तेरी आँखों के पानी से ही,वो बस घबराता है
हर कोशिश कर ,ज़िन्दगी और ख़ुशहाल हो सकें
ये कामयाबी देख ही,उसको सुकून आता
है!!
जो थे प्रिय उसको, वो हमको भी
अज़ीज़ हुए..
जाने से उसके देख,हम और करीब हुए ..
इच्छा के विरूद्ध प्रभु कि,कौन कुछ कर पता है,
इंसान पूर्व नियोजित किरदार ,ही तो निभाता है,
जब कोई किसी के,दिल में बस जाता है... छोड़कर हमें वो,कही नहीं जाता है...
ऋचा-समर्थ