मुनमुन - ऋषभ के घर में ,
गुड़िया प्यारी एक आई..
भोली सूरत , गाल गुलाबी ,
सबकी अँखियों को भाई !!
सुंदरता की मूरत है ,
जैसे, परियों की रानी..
दादी-बाबा , प्यार लुटाए ,
बलिहारी.. गाए नानी !!
ठुमक-ठुमक कर चलती ये ,
तुतला कर , है गाती..
प्यारी-प्यारी, बातों से ,
सबको खुश कर जाती !!
पहले-पहले जन्मदिन पर ,
मिलें ढेरों उपहार...
सुन्दर- स्वस्थ , रहो तुम ,
अपनों से मिले प्यार !!
ऋचा - समर्थ