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16.12.12

उद्धार





कर रहे प्रभु आपसे , विनती बारम्बार  ,
अगले जन्म में , करना कुछ  उद्धार।।
करना कुछ उद्धार ,की मत देना मूँछ  और  दाड़ी ..
भाग्यशाली है वो , जो पहने सूट  और साड़ी।।

नित नए रूप में ,है सजती और सवरती, 
सताने को, मर्दों  को ,न जाने क्या क्या करती ,
न जाने क्या क्या करती , लगा कर  रूस  और लाली ,
डीप नैक  का टॉप  और जीन्स  पॉकेट वाली।।

करती है घायल हमको , बिन छूरी -तलवार ,
शार्ट लेंथ की कुर्ती उनकी ..और ढीली  सलवार।
और ढीली सलवार, की हाय।। .. मर ही जाए ,
कैसे इन बालाओं से , खुद को हम बचाए।।

13.12.12

ससुराल


इतवार  की बात है , पहुच गए  ससुराल ..
साले  बाबू  गले  लगाइन , सलहज  काट लीन  गाल ,
सलहज काट लीन  गाल ,की हाय !..हम चिल्लाए ...
पत्नी बोली चिढ़कर , बिन बुलाए क्यों आए ?

सुनी  झिड़की पत्नी की, और खाई  थी गाली ..
हमरी अंखियों में बस गई  थी छोटी साली ,
बस गई थी साली , की बाकी सब बकवास ..
छुटके  साले  घूर रहे , हस रही थी सास  !!

बाल पकड़ कर, ज़रा अकड़ कर, पत्नी फिर चिल्लाई 
खाली हाथ चले  आए , कैसे  हो जमाई ??
कैसे हो जमाई  ,की नहीं इतना  भी आता ,
जीजा साले का रिश्ता ,फ़ोकट में कौन  निभाता !!

सर झुका कर ,मुह  लटका कर ..गलती करी कबूल 
इस धरती  पर शादी करे जो ...है सबसे  बड़ा फूल।।

दोस्त की शादी

बच्चपन के  दोस्त की ,
हो गई  है शादी ,
बीबी  उसकी नेक है,
बेहद सीधी - सादी !!

फ़ोन  लगाकर  कहती  अक्सर ,
भैया घर  कब  आओगे ...
मेरे बनाए  कबाब  पराठे  ,
अब फिर कब  खाओगे  !! 

सुनकर इस प्रलोभन को ,
मुह  में  आता  पानी ...
चिढ़कर  पत्नी बोले हमसे ,
बहुत हुई  मनमानी  !!

नहीं  ज़रुरत  जाने  की ,
न - ही  कुछ  खाने  की ..
वज़न  घटाने  का है वादा ,
कैलोरीज़  इनमे कितनी जादा  !!

सुन मधुर वाणी , मै ..
समझ  गया  अभिप्राय ...
परमेश्वर ..का सुख जो हरे,
वोहि  पत्नी  कहलाए  !!